Friday, February 8, 2013

जवाहर लाल नेहरू JAWAHAR LAL NEHRU

जवाहर लाल नेहरू ( JAWAHAR LAL NEHRU )


जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी ( INDIRA GANDHI ) के पिता, भारत के राष्ट्रवादी आंदोलन  ( Indian Nationalist Leader ) के एक नेता थे और देश की स्वतंत्रता के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री ( First Prime Minister ) बने.
जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को इलाहाबाद (Allahabad), भारत में हुआ था.
1919 में जवाहर लाल नेहरू, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ( Indian National Congress) में शामिल हो गए
उसी साल जवाहर लाल नेहरू भारतीय राष्ट्रवादी नेता महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन में भी शामिल हो गये.
1947 में, मुसलमानों के लिए, पाकिस्तान, एक नए, स्वतंत्र देश के रूप में बनाया गया था.
ब्रिटिश राज भारत से चला गया और नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने.
जवाहर लाल नेहरू का, नई दिल्ली, भारत में 27 मई 1964 को निधन हो गया.



शुरुआती ज़िंदगी


जवाहर लाल नेहरू इलाहाबाद, भारत में १४ नवंबर,1889 में पैदा हुए.
जवाहर लाल नेहरू के पिता एक प्रसिद्ध वकील और महात्मा गांधी के उल्लेखनीय लेफ्टिनेंट थे.
जब वह 16 साल की श्रृंखला में थे, अंग्रेजी गवरनेयस और ट्यूटर्स घर पर ही नेहरू को शिक्षित करने के लिए आते थे.
जवाहर लाल नेहरू ने अपनी पड़ाई को जारी रखा , पहले तो इंग्लैंड के हैरो स्कूल में ( Harrow School )
और उनकी आगे की शिक्षा, ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज, ( Trinity College, Cambridge ) में हुई, जहां उन्होंने प्राकृतिक विज्ञान ( Natural Science ) के क्षेत्र में एक सम्मान की डिग्री हासिल की.
बाद में उन्होंने 1912 में भारत लौटने  और कई वर्षों के लिए कानून का अभ्यास करने से पहले लंदन में इनर मंदिर ( Inner Temple ) में कानून का अध्ययन किया.
चार साल बाद, नेहरू ने कमला कौल ( Kamala Kaul ) से शादी की.
उनकी बड़ी बेटी, इंदिरा प्रियदर्शिनी, 1917 में पैदा हुई.
इंदिरा गांधी ( INDIRA GANDHI ): अपने पिता की तरह, इंदिरा ने भी आगे चल कर अपने विवाहित नाम से , इंदिरा गाँधी , भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की.
उच्च कामयाब नेहरू परिवार में से एक जवाहर लाल नेहरू की बहन, विजया लक्ष्मी पंडित ( VIJAYA LAKSHMI PANDIT ) ,  संयुक्त राष्ट्र महासभा को पहली महिला राष्ट्रपति बनाया गया.
छोटी बहन , कृष्णा हुतिसीइनग, एक मशहूर लेखिका बनीं.

घटना जिसने जीवन की दिशा बदल दी


1919 में, ट्रेन की यात्रा के दौरान, जवाहर लाल नेहरू ने ब्रिटिश ब्रिगेडियर जनरल रेजिनाल्ड डायर द्वारा किए गये जलियांवाला बाग नरसंहार ( Jallianwala Bagh Massacre ) के बारे में सुना.
इस नरसंहार को अमृतसर का नरसंहार के रूप में भी जाना जाता है.
इस घटना में, 379 लोग मारे गए और कम से कम 1,200 लोग घायल हो गए थे जब वहाँ तैनात ब्रिटिश सैन्य ने लगातार निहत्थे भारतीयों की एक भीड़ पर दस मिनट के लिए गोली चलाई थी.
डायर शब्द सुनने पर, नेहरू के लिए ब्रिटिश के खिलाफ लड़ने की कसम खाई.
इस घटना में जवाहर लाल नेहरू के जीवन की दिशा बदल दी.


राजनीति में प्रवेश


जवाहर लाल नेहरू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए जो भारत के दो प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक थी.
जवाहर लाल नेहरू ,पार्टी के नेता, महात्मा गांधी  से काफ़ी प्रभावित हुए.
महारमा गाँधी के ज़ोर देने ही जवाहर लाल नेहरू के मन में  ब्रिटिश से आज़ादी पाने की और सब कुछ बदलने की इच्छा जागृत हुई.
ब्रिटिश ने  स्वतंत्रता के लिए भारतीय मांगों को आसानी से स्वीकार नहीं किया.
और 1921 के अंत में, कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय नेताओं और कार्यकर्ताओं को कुछ प्रांतों में काम करने से प्रतिबंधित कर दिया गया.
उस समय जवाहर लाल नेहरू पहली बार जेल गए.
जेल में जवाहर लाल नेहरू ने मार्क्सवाद ( Marxism ) का अध्ययन किया .

भारत की आज़ादी की तरफ कदम

1928 में, भारतीय मुक्ति की ओर से संघर्ष के कई वर्षों के बाद, जवाहरलाल नेहरू का नाम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के लिए चुना गया.
अगले साल, नेहरू ने लाहौर में ऐतिहासिक सत्र का नेतृत्व किया जिसमें, भारत के राजनीतिक लक्ष्य और भारत की पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा की गई.

स्वंतत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री


1931 में अपने पिता की मृत्यु के बाद, जवाहर लाल नेहरू कांग्रेस पार्टी के कामकाज में अधिक महफूस हो गए और गांधी के करीब आ गए.
गांधी - इरविन संधि ( Gandhi – Irwin Pact ) के हस्ताक्षर में भाग लेने के.जवाहर लाल नेहरू ,महात्मा गांधी जी के साथ ही रहे.
उस संधि में गाँधी और ब्रिटिश वायसराय लॉर्ड इरविन द्वारा मार्च 1931 में हस्ताक्षर किए गए,.
इस  संधि ने ब्रिटिश और भारत की आजादी के आंदोलन के बीच एक संघर्ष विराम की घोषणा की.
ब्रिटिश सभी राजनीतिक कैदियों को मुक्त करने के लिए सहमत हो गए और गांधी अपने सविनय अवज्ञा आंदोलन को जिसे वह कई सालों से कर रहे थे, ख़त्म करने के लिए राज़ी हो गये.
दुर्भाग्यपूर्ण, यह समझौता  ब्रिटिश नियंत्रित भारत में एक शांतिपूर्ण माहौल नहीं ला सका.
और 1932 के शुरू में दोनों नेहरू और गांधी को सविनय अवज्ञा मूव्मेंट करने के प्रयास के आरोप में जेल में बंद कर दिया.
1935 में जब अधिनियम कानून पर हस्ताक्षर किए गए ,भारतीयों ने जवाहर लाल नेहरू को  अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखना शुरू कर दिया
जबकि महात्मा गाँधी ने 1940 की शुरुआत तक किसी  को नामित नहीं किया था.
. जनवरी 1941 में गांधी ने कहा, "जवाहर लाल नेहरू और मेरे में कुछ समय से मतभेद था जबकि हम सह कार्यकर्ता  है और अभी  कुछ वर्षों से मैं कहता आ रहा हूँ और अभी कह रहा हू  कि ...  जवाहरलाल मेरा उत्तराधिकारी होगा."

अन्य विशेष कार्य


भारतीय इतिहास के संदर्भ में जवाहरलाल नेहरू के महत्व को निम्नलिखित बातों से जाना जा सकता है:
उन्होने आधुनिक मूल्यों को प्रदान किया
धर्मनिरपेक्षता पर बल दिया
भारत की बुनियादी एकता पर जोर दिया
और, जातीय और धार्मिक विविधता के बारे ज़ोर दिया
भारत को विज्ञानिक नवाचार और तकनीकी प्रगति के आधुनिक युग में पहुँचाया
उन्होंने लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए उपेक्षित और गरीब और सम्मान के लिए सामाजिक चिंता जताई.
नेहरू विशेष रूप से प्राचीन हिंदू सिविल कोड में सुधार करने के लिए गर्व महस्सोस करते थे
अंत में हिंदू विधवायें विरासत और संपत्ति के मामलों में पुरुषों के साथ समानता का आनंद ले पाईं.


नेहरू प्रशासन ने कई संस्थाओं की स्थापना की जैसे कि :

o ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ,
o भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान,
o राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,
o उच्च शिक्षा के कई भारतीय संस्थायें,
o और उसके पांच साल के मुफ्त और अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा योजना में भारत के बच्चों के लिए गारंटी .


नेहरू की घरेलू नीतियों के चार स्तंभों में
o लोकतंत्र,
o समाजवाद,
o एकता
o और धर्मनिरपेक्षता थे,
और वह राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान सभी चार की एक मजबूत नींव को बनाए रखने में काफी हद तक सफल रहे.
अपने देश की सेवा करने के दौरान , जवाहर लाल नेहरू ने  प्रतिष्ठित दर्जा हासिल किया  और व्यापक रूप से अपने आदर्शवाद और राजनीतिमत्ता के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा बटोरी.
जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन, 14 नवंबर,  बाल दिवस ( Children’s Day ) के रूप में मनाया जाता है.
जवाहर लाल नेहरू एक प्रोलिफिक राइटर भी थे और उन्होने अँग्रेज़ी में काफ़ी किताबें लिखी जैस कि:
द डिस्कवरी ऑफ इंडिया ( The Discovery of India )
ग्लिमप्सेस ऑफ वर्ल्ड हिस्टरी ( Glimpses of World History )
और ऑटोबाइयोग्रफी, टुवर्ड फ्रीडम ( Autobiography, toward freedom )

१९५५ ( 1955 ) में जवाहर लाल नेहरू को भारत रतन पुरूस्कार से सम्मानित किया गया.

Nehru's Great Grand Daughter In Law: Sonia Gandhi

JAWAHAR LAL NEHRU

जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गाँधी के बीच जो खतों द्वारा बातचीत होती थी, सोनिया गाँधी ने उसे एक किताब का रूप दे दिया जिसका नाम है -- टू अलोन , टू टुगेदर - लेटर्स बिट्वीन इंदिरा गाँधी आंड जवाहर लाल नेहरू फ्रॉम १९४०-१९६४ ( TWO ALONE TWO TOGETHER – LETTERS BETWEEN INDIRA GANDHI AND JAWAHAR LAL NEHRU FROM 1940-64)

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